सही और संतुलित भोजन करना बच्चों के लिए बहुत जरुरी है, लेकिन परीक्षाओं के दौरान तो उन्हें अनिवार्य रूप से ही समय पर व सही डाइट लेनी चाहिए। अक्सर हम देखते हैं कि बच्चे परीक्षाओं के तनाव भरे वातावरण में खाने की अनदेखी करते हैं या कुछ भी खा लेते हैं। लेकिन जरूरी है कि उन्हें दिमागी और शारीरिक तंदरुस्ती दोनों के लिए खुराक दी जाए। आइए जानते हैं न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन डॉक्टर शिखा शर्मा से कि परीक्षाओं को देखते हुए बच्चों को क्या-क्या खाना चाहिए।बच्चे खाने को लेकर अक्सर आना-कानी करते हैं। कई बार वे परीक्षाओं के चलते अपने माता-पिता से बाहर का भोजन कराने के लिए जोर-जबरदस्ती भी करते हैं। बाहर के खाने से उनकी भूख तो जरूर मिट जाएगी, लेकिन क्या वह खाना आपके बच्चे के स्वास्थ व दिमाग दोनों के लिए सही रहेगा? आइए देखते हैं कि परीक्षाओं में बच्चों को क्या-क्या खाना चाहिए।
परीक्षा के दौरान क्या खाना चाहिए
विटामिन बी कॉम्पलैक्स से भरपूर खाना दें:
बच्चों के दिमाग को बढ़ाने और तंदरुस्ती को बनाए रखने के लिए बी कॉम्पलैक्स बेहद जरूरी है। विटामिन बी कॉम्पलैक्स में 8 तरह के विटामिन बी, जैसे कि विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7, बी9 और बी12 शामिल है। आप यह सभी विटामिन एक-एक करके बच्चों को नहीं खिला सकते। इसके लिए आप चाहें तो परीक्षाओं के दौरान उन्हें दिन में दो बार मिक्स फ्रूट चाट खिला सकते हैं। विटामिन बी12 आपको दो ही तरीकों से मिल सकता है। दूध और उसके अन्य उत्पादों से और उसके अलावा मीट, मछली से। जो लोग शाकाहारी हैं, वे अपने बच्चे को दूध के अलावा दही, पनीर आदि दे सकते हैं और मांसाहारी अपने बच्चों को अंडे, मीट और मछली खिला सकते हैं।
विटामिन ए से रखें आंखों का ख्याल:
पढ़ाई के दौरान हमारे दिमाग और शरीर के अलावा हमारी आंखें सबसे अधिक थकती हैं। हमारी आंखों को तंदरुस्त बनाए रखने के लिए विटामिन ए की बहुत जरूरी है। इसके लिए आप बच्चे के भोजन में हरी पत्तेदार व पीली सब्जियों को शामिल करें। इसके लिए आप बच्चे को पालक, ब्रोकली, गाजर, लाल-पीली शिमला मिर्च, शकरकंद, पपिता और संतरा जैसे फल और सब्जियां दे सकते हैं। हमें इनसे बीटा-कैरोटीन मिलता है जिसे हमारा शरीर खुद-ब-खुद विटामिन ए में तब्दील कर लेता है।
लो कार्ब या कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करें:
अधिक कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन का हमारे दिमाग पर बहुत गहरा असर होता है। वह धीमी गति से काम करता है। आप देख सकते हैं कि लगातार पिज्जा या ज्यादा मात्रा में चावल या रोटी खाने वाले बच्चे अधिकत्तर सुस्त रहते हैं। ऐसा नहीं है कि परीक्षाओं के दौरान बच्चों का भोजन कम कर देना चाहिए, लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे कम कार्ब या कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन खाएं। जैसे कि आम चावल की जगह आप उन्हें ब्राउन राइस दे सकती हैं, सामान्य गेंहू के आटे के स्थान पर आप उन्हें मल्टीग्रेन युक्त आटे की रोटी दें। साथ ही आप उनके भोजन में क्निोआ जैसा आहर भी शामिल कर सकती हैं जो पोषक तत्वों से भरा है।
ज्यादा से ज्यादा पीएं पानी:
अक्सर देखा गया है कि परीक्षाओं के दौरान बच्चे एक ही जगह बैठे-बैठे पढ़ते हैं और वे पानी पीना भूल जाते हैं। अधिक समय तक पढ़ाई करने के लिए जरूरी है कि दिमाग ज्यादा से ज्यादा तरोताजा रहे। पानी हमारे दिमाग को तरोताजा करता है। इसीलिए यह जरूरी है कि जब भी बच्चा पढ़ाई करने के लिए बैठे तो आप उसके पास पीने का पानी जरूर रखें। इसके अलावा आप नारियल पानी, छाछ और दूध से बने अन्य ड्रिंक्स ले सकते हैं। ध्यान रहे कि परीक्षाओं में चाय या कॉफी की मात्रा न बढ़ जाए। जैसा कि आम तौर पर बड़े बच्चे करते हैं। इसमें कैफीन होता है, जो थोड़ी देर के लिए जरूर आपका राहत पहुंचाता है, लेकिन कुछ देर बाद ही बैचेनी बढ़ने लगती है।
ब्राह्मी और अश्वगंधा भी दे सकते हैं:
ब्राह्मी से जहां बच्चों की स्मरणशक्ति बढ़ती है, वहीं अश्वगंधा से हमारे दिमाग को तेज करने के काम में आता है। साथ ही साथ यह दोनों तनाव और बैचेनी को कम करने में भी मददगार साबित होते हैं। इसे कैसे और कितनी मात्रा में लेना चाहिए, इसके लिए आप डॉक्टर या डायटीशियन की मदद ले सकते हैं।
परीक्षा की तैयारी के टिप्स
यहां हम आपको भोजन के अलावा भी कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं, जिससे परीक्षाओं के दौरान अपनाने से आपके बच्चे पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता हैः
- सही भोजन के अलावा जरूरी है कि परीक्षाओं में बच्चे पूरी नींद लें। नींद से उठने के बाद वे पूरी तरह से तरोताजा महसूस करेंगे।
- रात को हल्का भोजन करना चाहिए। रात में भर पेट खाने से न सिर्फ बदहजमी की समस्या देखने को मिलती है, बल्कि नींद भी खराब होती है।
- परीक्षाओं में भी बच्चों को थोड़ा बहुत व्यायाम जरूर कर लेना चाहिए। लगातार व्यायाम करने से थकान भी कम महसूस होती है और शरीर तरोताजा भी हो जाता है।
- मानसिक तंदरुस्ती के लिए बच्चे प्राणायाम भी कर सकते हैं।
- अच्छी स्मरणशक्ति के लिए बादामों को भिगोकर खाना चाहिए।
- नसों को सक्रिय करने के लिए अदरक और पानी का काढ़ा बनाएं। थोड़ा ठंडा कर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर बच्चों को दें। इससे उनकी नसें खुल जांएगी।
- परीक्षाओं के दौरान आप अपने बच्चों को रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध जरूर दें। यह उनके दिमाग के लिए भी बहुत अच्छा रहता है।
- बच्चों की आंखों की थकान दूर करने के लिए आप बच्चे को ठंडा पैक या पट्टी आंखों पर रखने के लिए दे सकते हैं। इसके अलावा आप उन्हें त्रिफला पानी में घोल कर उस पानी से आंखों को धोने की सलाह भी दे सकते हैं।
बच्चों के लिए परीक्षाओं में भोजन करना बहुत जरूरी है। लेकिन फायदा तो तभी है जब उन्हें समय के अनुसार सही पोषक तत्वों वाला भोजन दिया जाए। भोजन में बदलाव ला कर अगर बच्चों की स्मरणशक्ति और उनकी सेहत दोनों को बढ़ाया जा सकता है तो क्या आप इस बदलाव के लिए तैयार हैं?