कम उम्र में ही अगर बच्चों को जिंदगी के लिए जरूरी कुछ चीजों को सीखा दिया जाए तो उनके लिए आने वाला समय काफी आसान हो जाता है। आमतौर पर हमारे पास वक्त बहुत कम होता है, लेकिन अभी माहौल भी है और वक्त भी। गर्मियों की छुट्टियों को इस्तेमाल करते हुए बच्चों को सीखाएं ये खास चीजें।
अक्सर माता-पिता गर्मियों की छुट्टियों के होने से पहले ही बच्चों को घुमाने या फिर उनके किसी समर कैम्प में प्रवेश की तैयार कर लेते हैं। लेकिन इस साल ऐसा कुछ भी नहीं हो सकता। बच्चों को कहीं भी भेजना काफी मुश्किल है। ऐसे में माता-पिता के लिए अपने बच्चों को कुछ रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी कुछ चीजों को सीखाना बहुत जरूरी है। ये चीजें बच्चे स्कूल से नहीं सीख सकते। यहां हम आपको ऐसी ही खास कौशल के बारे में बता रहे हैं।
बच्चों को जरूर सीखाएं ये 7 चीजें
1. कुकिंग (Cooking)
गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के करने के लिए इस बार बहुत कम चीजें रह गई हैं। पहले तो वे कहीं बाहर किसी क्लास का हिस्सा बन सकते थे, लेकिन इस बार यह भी नहीं हो सकता। ऐसे में बच्चों के लिए कुकिंग एक बहुत ही दिलचस्पी एक्टिविटी साबित हो सकती है। इसमें आप अपने बच्चों के साथ बहुत कुछ नया और स्वादिष्ट बना सकते हैं। सबसे पहले जरूरी है कि आप अपने बच्चे को रसोई और बाकी की जरूरी चीजों से रू-ब-रू कराएं। रसोई में काफी दुर्घटनाएं हो सकती हैं, इसीलिए जरूरी है कि आप हमेशा बच्चे का ध्यान रखें।
शुरूआत में आप अपने बच्चे को रसोई में सामान आदि पकड़ाने में मदद मांग सकते हैं। इसके बाद आप बच्चे को बिना धार वाली चीजों के साथ खाना बनाने जैसे कि सैंडविच आदि के बारे में सीखा सकते हैं। 8 से 10 साल के बच्चे को चाकू के सावधानीपूर्वक इस्तेमाल के बारे में बताया जा सकता है और इससे बड़े बच्चों को बड़ों की निगरानी में खाना बनाने की भी अनुमति दी जा सकती है।
2. साफ-सफाई
बच्चों के लिए साफ-सफाई के बारे में जानना और सीखना बहुज जरूरी है। बच्चों के लिए यह एक एक्टिविटी हो सकती है, जिसमें उन्हें घर में अपनी भूमिका निभाने का भी पूरा मौका मिलता है। आप अपने बच्चे को साफ-सफाई के बारे में डस्टिंग के साथ सीखा सकते हैं। अगर बहुत छोटे बच्चे को आप यह सीखाना चाहते हैं तो इसके लिए आप उन्हें मुंह पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहनने की सलाह दें, ताकि उन्हें धूल-मिट्टी से एलर्जी न हो जाए। अगर अभी तक आपका बच्चा अपना खुद का बिस्तर नहीं लगा पाता तो आप 5 साल से अधिक आयु के बच्चे को उसका बिस्तर सही करने के बारे में सीखा सकते हैं।
3. कपड़ों की सफाई
माता-पिता का काफी समय घर के अलग-अलग कोनों से कपड़ों को इकट्ठा करने और फिर उन्हें साफ-सफाई में निकल जाता है। ऐसे में बच्चे इस काम में अपने माता-पिता की काफी मदद कर सकते हैं। आप थोड़े बड़े बच्चों जैसे कि 8 साल से अधिक उम्र के बच्चों को कपड़ों को कैसे साफ किया जाए, इस बारे में सीखा सकते हैं। आमतौर पर हम सभी के घरों में कपड़े धोने का काम वॉशिंग मशीनों से ही किया जाता है। ऐसे में हम अपने बच्चों को वॉशिंग मशीन में कपड़ों को डालने और उन्हें मशीन से निकालने के बारे में सीखा सकते हैं।
कपड़ों को धोने के साथ-साथ कपड़ों की तह लगाना भी काफी बड़ी जिम्मेदारी है। इसमें आप अपने घर के छोटे बच्चों की भी मदद ले सकते हैं। आप अपने बच्चों को अपने-अपने कपड़े तह लगाकर अलमारी में संभालने के बारे में जरूर बताएं।
4. राशन की खरीदारी
हर महीने घर के लिए खरीदे जाने के लिए आप जब भी अपनी लिस्ट बनाएं, उस समय आप अपने बच्चे को भी अपने साथ रखें। उसे समझाएं कि घर में हम चीजों की खरीददारी कैसे करते हैं। अगर कुछ खत्म हो जाए तो उसे लिस्ट में लिखते चले जाते हैं और जब भी सामान खरीदने स्टोर में जाएं तो इस लिस्ट का इस्तेमाल जरूर करें।
फ्रिज और रसोई में कौन-कौन सी चीज कितनी मौजूद है, इसे देखने के लिए आप अपने बच्चे को जिम्मेदारी दें। जैसे-जैसे वह आपको चीजों के नाम बताए, आप इसे लिस्ट में लिखते चलें। इसके अलावा आप जब भी शॉपिंग लेने जाएं आप बच्चे को साथ लें जाएं और उसे सामान को रैक में निकालने की जिम्मेदारी भी दें।
5. खाने की तैयारी
इन गर्मियों में अपने बच्चे को और जिम्मेदार बनाए। इसके लिए आप उसे छुट्टियों में खाना बनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। बच्चों को जिम्मेदारी बहुत पसंद आती है, ऐसे में अगर आप उसे सप्ताह में एक भी समय का खाना बनाने की जिम्मेदारी देंगे तो वह इसे बखूबी निभाएगा। अगर आपका बच्चा 5 साल के आस-पास की उम्र का है तो आप उसे सुबह नाश्ते में सैंडविच बनाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है तो आप उसे रसोई में से बर्तन और अन्य चीजें पकड़ा सकते हैं, जिन्हें वह खाने की टेबल पर अरेंज कर सकता है।
6. रचनात्मक लेखन
आप अपने बच्चे की छुट्टियों का सदुपयोग उसे क्रिएटिव राइटिंग या रचनात्मक लेखन सीखाने के जरिये भी कर सकते हैं। इसमें पत्र या खूबसूरत संदेश लिखना भी शामिल है। लेखन के साथ ही आपके बच्चे की शब्दावली में भी इजाफा होगा। क्योंकि लिखना तब तक संभव नहीं है, जब तक कि अधिक से अधिक शब्दों से आप परिचित न हों। वैसे भी आज ऑनलाइन के जमाने में बच्चे अपने किसी परिचित या फिर अपने दोस्तों को भी इलेक्ट्रॉनिक संदेश भेज सकते हैं।
7. मेडिटेशन या ध्यान लगाना
आज के दौर में बच्चे भी तनाव, बेचैनी और डिप्रेशन का शिकार होते हैं, ऐसे में उनका मानसिक रूप से तंदरुस्त होना भीबहुत जरूरी है। इसके लिए आप बच्चे को गर्मियों की छुट्टियों के दौरान मेडिटेशन या ध्यान लगाना जरूर सीखाएं। इससे बच्चों में एकाग्रता तो बढ़ेगी ही साथ ही उन्हें मौजूदा मानसिक परेशानियों से भी लड़ने में मदद मिलेगी। आप शुरुआत के लिए बच्चे को किसी अच्छी वीडियो या फिर म्यूजिक के जरिये मेडिटेशन करना सीखा सकते हैं। इसके अलावा कई ऐसी ऐप्स भी मौजूद हैं, जिनके इस्तेमाल से आप बच्चे को ध्यान लगाने के बारे में और एडवांस भी सीखा सकते हैं। इसके अलावा योग और कई आसन भी इसमें आपकी मदद करेंगे।