क्या आप तैयार हैं, बदलते मौसम के लिए? अभी तक तो जहां हम गर्मी से बेहद परेशान हैं, वहीं कुछ ही दिनों या सप्ताह में बारिश का मौसम भी शुरू होने वाला है। ऐसे में बच्चों की सेहत भी एकदम से डगमगाने लगती है। अगर आपके बच्चे बड़ें हैं तब तो आपको सिर्फ उनके खाने पर ही ध्यान रखना होगा, लेकिन अगर वे छोटे हैं तो आपको उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने के बारे में सोचना होगा। आइए जानते हैं, बारिश के मौसम में किन-किन बातों का रखें ख्याल।
वैसे तो तपती गर्मी के बाद मानसून का सभी को बेहद इंतजार रहता है, लेकिन नए-नए बने माता-पिता के लिए हर बार बदलता मौसम परेशान होने का एक कारण ही बनता है। छोटे बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानि के इम्यून सिस्टम बहुत नाजुक होता है, जिस कारण बारिश में फैलने वाली बीमारियों के वे जल्दी शिकार भी बनते हैं। आइए जानते हैं, कैसे आप अपने बच्चे को मानसून में भी बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
टिप्स: कैसे बचाएं अपने बच्चे को बारिश में बीमारियों से – How To Take Care Of Your Kids During Monsoon
1. स्वस्थ खिलाएं
छोटे बच्चों पर बारिश में सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है तो वह है बाहर के जंक फूड का। बाहर कौन और कैसा भोजन बनाता है, इस बात को आप कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं? ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चे को बाहर का भोजन न कराएं। बच्चे को घर पर ही ताजा भोजन बना कर परोसें। विटामिन सी की प्रचूर मात्रा वाले भोजन पदार्थों का सेवन कराएं, जो इम्युनिटी बूस्टर भी माने जाते हैं। साथ ही पत्तेदार सब्जियों का सेवन न करें, क्योंकि बारिशों के दौरान इनमें कीड़े भी पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए सही नहीं होते।
2. भोजन को हमेशा ढक कर रखें
वैसे तो हमेशा ही ढका हुआ भोजन करना चाहिए, लेकिन खास बारिशों में इस बात और भी अधिक ध्यान रखना चाहिए कि हमारे बच्चे जो भोजन कर रहे हों, वे ढका हुआ ही रखा जाए। खुले में रखे गए भोजन पर मक्खियां और अन्य कीड़े भी बैठते हैं, जो बीमारियों को जन्म देने में सहायक की भूमिका भी निभाते हैं। साथ ही माता-पिता इस बात का भी ध्यान रखें कि पहले से कटे हुए फल और सब्जियों को न खरीदें।
3. साफ पानी का करें इस्तेमाल
बारिशों में खराब पानी पीने की वजह से बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी पेट से संबंधी समस्याएं होती हैं। इस के लिए जरूरी है कि आप अपने बच्चे को हमेशा फिल्टर या उबला हुआ पानी ही पीने को दें। बाहर जाने पर भी छोटे बच्चों को फॉर्मूला दूध पिलाने के लिए भी आप घर से ही उबला हुआ पानी साथ लेकर चलें।
4. अधिक न भीगने दें
बच्चे को बारिश में जाने दें, लेकिन उसके लिए भी समय तय करें। ज्यादा समय तक भीगने से बच्चे जल्दी बीमार हो सकते हैं।
- सर्दी-जुकाम की समस्या हो तो उसे बारिश में बिल्कुल भी भीगने न दें। इससे बच्चे को बुखार भी आ सकता है।
- बच्चे को साफ जगह पर ही बारिश में खेलने को कहें, गंदी जगहें अक्सर बीमारी वाले किटाणुओं का घर होती हैं।
5. उनकी साफ-सफाई का रखें ध्यान
जब भी बच्चे भीग कर घर वापस आएं तो उन्हें तुरंत हल्के गुनगुने और साफ पानी से नहलाएं।
- उन्हें साफ-सूखे और हल्के मोटे कपड़े भी पहनाएं।
- अगर बच्चा स्कूल या कहीं और से भी भीगता हुआ वापिस आए तो उसका सिर अच्छे से पोंछें और उसे कुछ गर्मागर्म खाने या पीने को दें।
- बच्चे को नंगे पांव बाहर न जाने दें। मिट्टी में कई प्रकार के किटाणु होते हैं, इसीलिए जरूरी है कि आप उन्हें सही प्रकार के जूतों में ही बाहर जाने की इजाजत दें।
- लगातार हाथ-पांव धुलवाएं। छोटे बच्चे कब, कहां और किस चीज को छूते हैं, यह पता लगाना बहुत मुश्किल है। इसीलिए आप बच्चे के हाथ और पांव को भी लगतार धुलवाते रहें, ताकि संक्रमण का खतरा कम से कम रहे।
6. घर की साफ-सफाई भी है जरूरी
बारिशों में थोड़ी सी भी गंदगी आपकी परेशानी को काफी बढ़ा सकती है। मानसून में घर को लगातार साफ करने की जरूरत होती है।
- जूते-चप्पल और भीगे हुए कपड़ों से संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया और किटाणु भी हमारे घर में आते हैं। इसीलिए जरूरी है कि आप समय रहते इन सभी चीजों का ध्यान रखें।
- घर में खुली पड़ी नालियों और बिजली की तारों पर भी समय रहते काम जरूर करें ताकि कोई अनहोनी न हो जाए।
- बाारिश में ज्यादातर फर्श गीला रह जाता है, ऐसे में जरूरी है कि आप उसे लगातार सूखाएं।
7. संक्रमण का रखें ख्याल
बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। ऐसे में हो सकता है, उन्हें घर पर ही परिवार के किसी सदस्य या फिर स्कूल या किसी अन्य जगह से भी कोई संक्रमण मिल सकता है, जिसकी वजह उन्होंने खांसी-जुकाम आदि हो जाएं। बच्चों में संक्रमण की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। हो सकता है इनके बाद बच्चे को बुखार, जो कि आम वायरल फ्लू भी हो सकता है, हो जाएं।
8. मच्छरों से करें बचाव
बारिश अपने साथ कई समस्याएं लेकर आती है, जिनमें से एक है, मच्छर। बारिश के दिनों में मच्छर बहुत अधिक पनपते हैं। इसीलिए अपने घर के सभी नालियों, खुले में पड़े टायर, बर्तनों, कूलर आदि को अच्छे से साफ कर देना चाहिए। और बच्चे को आप मच्छर से बचाने वाली क्रीम या स्टिकर भी लगा कर रख सकते हैं, ताकि वे डेंगू और मलेरिया के खतरनाक मच्छरों से भी बचा रहे। ध्यान रहे सावधानी ही सुरक्षा है। इसीलिए बात जब बच्चे के स्वास्थ्य या सेहत की हो तो माता-पिता को और भी अधिक सजग हो जाना चाहिए।