बच्चों के बोर होने के कारण तो बहुत हैं, लेकिन उन्हें कैसे खुश और व्यस्त रखा जाए यह सोचने में माता-पिता के पसीने निकल जाते हैं। बहुत सारे खेल-कूद और बहुत सारी मस्ती के बाद कहीं जा कर हम सोच पाते हैं, कुकिंग के बारे में। वैसे तो सभी के यह कुकिंग के बारे में जानना तो बहुत जरूरी है, लेकिन इसके भी कुछ नियम होते हैं। किस उम्र में क्या-क्या सिखाया जा सकता है, आइए जानते हैं, The ParentZ के साथ।
गर्मियों की छुट्टियों में वैसे तो बच्चों के पास खेल-कूद और आर्ट एंड क्राफ्ट जैसे ढेरों काम हैं, लेकिन फिर भी इसके अलावा भी कई काम हैं, जो हम हमारे बच्चों को सीखा सकते हैं। आइए आज हम जानते हैं कि कुकिंग को कैसे फन बनाते हुए बच्चों को खेल-खेल में काफी कुछ सिखाया जा सकता है। (Fun Cooking Activities with Kids in Hindi)
उम्र के हिसाब से कुकिंग (Fun Cooking Activities by Age)
2 से 3 साल
इस उम्र के बच्चे बेहद चंचल होते हैं, ऐसे में बच्चों को रसोई से दूर रखना बहुत ही जरूरी होता है। ऐसे में आप रसोई में तो नहीं, लेकिन रसोई से जुड़े हुए काम बच्चों से करवा सकते हैं:
- उन्हें फ्रिज में सब्जियों को रखने को कहें। ध्यान रहे कि आप हर बार सब्जी का नाम और उसका रंग जरूर बोलें, ताकि बच्चे को सब्जी या फल अच्छे से ध्यान में रहे।
- अगर आप राशन लेकर आए हैं तो बच्चे की मदद लें उसे रसोई में सही जगह पर रखने के लिए। लेकिन एक बात हमेशा याद रहे कि बच्चे कांच की बोतलों से दूर रहें।
- इसके अलावा इतने छोटे बच्चों को आप सलाद को काट कर उसे सजाने के लिए कह सकते हैं।
3 से 5 साल
इस उम्र के बच्चों में फाइन मोटर स्किल्स भी अच्छे से विकसित हो जाती हैं। यानी उनके हाथों और आंखों का तालमेल भी बढि़या होने लगता है। ऐसे में आप उन्हें खाने को सजाने का काम दे सकते हैं। पर जरूरी है कि उन्हें नो फायर कुकिंग के ही नियमों का पालन कराएं यानी वे चूल्हे पर कोई भी काम नहीं कर सकते।
- सेंडविच बनाना: बच्चों को कलरफुल सेंडविच बहुत पसंद आते हैं। आप उन्हें विभिन्न प्रकार की ड्रेसिंग के साथ सेंडविच बनाना सीखा सकते हैं। अगर हेल्थ की मानें तो सबसे बेहतर होता है ब्राउन ब्रेड से बनाया गया, वेजिटेबल सेंडविच। इसमें आप खीरा, टमाटर, लेटस आदि हरी पत्तेदार सब्जियों का इस्तेमाल कर उन्हें सेंडविच बनाने को कहें। सेंडविच बनाते समय बच्चे किस सब्जी की लेयर कहां लगा रहे हैं, यह पूरी तरह उन पर छोड़ दें। इसके अलावा आप उन्हें सेंडविच की बाहरी ब्रेड को भी केच-अप की स्माइल से सजाना जरूर सीखाएं।
- पोटैटो फिंगर्स: आलू बच्चों को पसंद आने वाली सबसे पहली सब्जी है। इसके लिए आप बच्चे को दो मध्यम आकार के उबले और छीले हुए आलू दें। अब बच्चे को कहें कि वह इसे एक बड़े बर्तन में इसे अच्छे से मसल लें। मसले हुए आलुओं में अब हल्का सा नमक और थोडा मैगी मसाला मिक्स करें। इसके बाद इन्हें लंबी-लंबी उंगलियों का आकार दें। बच्चे जब भी कुछ भी बनाते हैं तो उसका स्वाद उन्हें और भी ज्यादा पसंद आता है। हर बार की तरह उबले हुए आलुओं में छोटा सा ट्विस्ट ला कर हम कुकिंग को बच्चों के लिए और भी दिलचस्प बना सकते हैं।
- सलाद बनाना: इस उम्र के बच्चे विभिन्न प्रकार की सलाद बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं। आप उन्हें अंकुरित दालें, बारीक कटी हुई सब्जियों से सलाद बनाने को कहें, जिसमें वे अपने स्वादानुसार नमक, काली मिर्च, चाट मसाला और नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा ये बच्चे फ्रूट सलाद भी बना सकते हैं। जिसमें पहले से ही कटे हुए फलों को अच्छे से फेंटी हुई क्रीम में मिक्स कर उसे सुंदर से बाउल में परोसें।
5 से 7 साल
इस उम्र के बच्चे काफी क्रिएटिव हो जाते हैं और वे किसी भी सामग्री के बारे में समझने के लिए भी तैयार होते हैं। जैसे कि खट्टे फलों को दूध के साथ नहीं मिलाया जाए।
- स्मूदी और जूस बनाना: इस उम्र के बच्चे बेहद सावधानी से मिक्सर या जूसर का इस्तेमाल कर सकते हैं, अगर आप उन्हें फल और सब्जियों को काट के दे दें।
- प्लेटिंग: कुकिंग कैसी भी हो उसकी प्लेटिंग बहुत मायने रखती है। आप बच्चों को उनकी क्रिएटिविटी दिखाने का एक और मौका दे सकते हैं, प्लेटिंग के जरिए। इसमें आप कुछ भी बनाएं और उसे प्लेट में सजाने का काम आप अपने बच्चे को दे दें।
- रायता बनाना: बच्चों को अलग-अलग तरह का खाना बनाने में बहुत मजा आता है। ऐसे में आप अपने काम को कुछ कम करना चाहते हैं तो उन्हें हर रोज नई-नई तरह का रायता बनाना भी सीखा सकते हैं। सबसे पहले बच्चे को एक बड़े बर्तन में दही को फेंटने दें। फिर इसमें अलग-अलग चीजों से रायता बनाएं। कभी बूंदी और प्याज से तो कभी अनानास से तो कभी-कभी खीरे या लौकी का रायता।
7 से 10 साल
इन बच्चों को आप रसोई में चूल्हे का काम करना भी सीखा सकते हैं, लेकिन पूरी तरह अपनी निगरानी में।
- ऑमलेट बनाना: शायद ऑमलेट बनाना दुनिया का सबसे आसान काम है, जिसे हम चूल्हे पर पका सकते हैं। आप सही उम्र का ध्यान रखते हुए अपने बच्चे को भी अपनी निगरानी में ऑमलेट बनाना सीखा सकते हैं। इसके लिए बच्चे को कहें कि वे एक अंडे को फोड़ कर उसे एक बर्तन में अच्छे से फेंट लें। फेंटते समय इसमें नमक और काली मिर्च भी मिलाएं। चूल्हे पर पैन को रखें और उसमें हल्का सा घी या तेल लगाएं। अब घी गर्म होने के साथ ही आप खुद से अंडे को पैन में डालें और उसे गोल-गोल घुमा लें। बच्चे को कहें कि वह एक बड़े चम्मच से ऑमलेट के किनारों को जांचे कि वह पक रहे हैं या नहीं। फिर धीरे से पलटने को कहें। हो सकता है कि पहली बार में बच्चा इसे ठीक से न पलट पाएं। लेकिन आप थोड़ा संयम बरतते हुए, उसकी मदद करें।
- इंस्टेंट नूडल्स: बच्चों की छोटी-छोटी भूख के लिए आप उन्हें इंस्टेंट नूडल्स बनाने को कह सकते हैं, लेकिन उनके साथ खड़े रहना बेहद जरूरी है। आप बच्चों को पानी नाप कर पानी उबालने को कहें। इसके बाद इंस्टेंट नूडल्स के पैकेट को खोल दें और फिर नूडल्स और उसके मसाले को भी पानी में डाल दें। अब एक चम्मच से इसे धीरे-धीरे हिलाते हुए पानी के सूखने का इंतजार करें। बाद में जब पानी सूख जाए तो गैस को बंद करें और पैन में से इंस्टेंट नूडल्स को प्लेट में डालने के लिए बच्चे अपने बड़ों की मदद लें।
- माइक्रोवेव में इडली: अगर आपके पास माइक्रोवेव में इडली बनाने का सांचा है तो आप अपने बच्चे को कह सकते हैं कि वह माइक्रोवेव में इडली बना सकता है। वैसे दो बार बनाने के बाद इस काम में मेरी 7 साल की बेटी काफी माहिर हो गई है। मैं उसे इडली का मिश्रण दे देती हूं, जिसे वह सांचे को ब्रश की सहायता से तेल लगाते हुए धीरे-धीरे भरती है। जिसके बाद वह सांचे को 2-1/2 मिनट के लिए माइक्रोवेव में रख देती है। हां, बस इसे निकालने के लिए मैं उसे ग्लव्स पहनने को कहती हूं, ताकि माइक्रोवेव में गर्म हुए सांचे से उसका हाथ न जल जाए। यकीन मानिए हर इडली के साथ उसका उत्साह और आत्मविश्वास और भी बढ़ता जाता है।
- सब्जियों की कटिंग: इस उम्र के बच्चों को हम पूरी सुरक्षा के साथ सब्जियों को छीलने और काटने के बारे में भी सीखा सकते हैं। अगर आपको लगता है कि अभी आपका बच्चा कटिंग नहीं कर सकता, तो उसे छीलना जरूर सीखाएं। इसके लिए बच्चे पीलर की मदद ले सकते हैं। इसमें आप उन्हें फ्रेंच फ्राइज के लिए आलू, सलाद के लिए गाजर, मूली और खीरा छीलने का अभ्यास कराएं। साथ ही घर पर जूस आदि बनाने के लिए भी वे फलों और सब्जियों को छील सकते हैं। अगर आपके घर में चॉपर हो तो आप कटिंग करने के लिए बच्चों को चॉपर का सुरक्षित इस्तेमाल भी सीखा सकते हैं। इससे बच्चों को कुकिंग करने के लिए पहले कटिंग करने का भी अभ्यास होता है।