बच्चा पहली बार स्कूल जा रहा है या उसका नया सत्र शुरु होने वाला है, दिल की धड़कने तो माता-पिता की ही बढ़ने वाली हैं। स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया या परीक्षाओं से अभी छुट्टी मिली नहीं कि नए सत्र के नाम पर एक बार फिर अनगिनत काम अभिभावकों का रास्ता देख रहे हैं। ऐसे में स्कूलमाई किड्स आपके लिए एक चेकलिस्ट लेकर आ रहा है, जिसके अनुसार आप बेहद आसानी से अपने सभी कामों को समय पर पूरा कर लेंगे। आइए एक नजर डालते हैं, इस चेकलिस्ट पर।
नए स्कूल सत्र के लिए माता-पिता के लिए चेकलिस्ट
1. किताबें-कॉपियांऔर अन्य स्टेशनरी
नए स्कूल या सत्र की शुरुआत से लगभग दो सप्ताह पहले बच्चे के स्कूल से कॉपी-किताबों के अलावा अन्य स्टेशनरी की सूची जरूर मांग लें। आजकल ज्यादातर स्कूल से ही किताबें और स्टेशनरी मिलते हैं, जिसके लिए स्कूल की तरफ से ही ओरिएंटेशन डे या उससे पहले सभी अभिभावकों तक सूची पहुंचा दी जाती है। अगर आपको अभी तक यह सूची नहीं मिली है तो आप स्कूल से अवश्य बात करें और समय रहते ही सभी सामान जरूर एकत्रित कर लें।
2. बैग और यूनिफॉर्म
नए स्कूल या सेशन का मतलब है सब कुछ नया-नया। ज्यादातर बच्चे हर साल नए बैग और यूनिफॉर्म की मांग करते ही हैं। जहां यूनिफॉर्म के साइज में बदलाव के कारण नई खरीदनी पड़ती है, वहीं अच्छी क्वॉलिटी के बैग को आप अगले साल भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप स्कूल के नए सत्र शुरु होने से पहले ही यूनिफॉर्म और बैग दोनों को ठीक से देख लें। अगर आपके पिछले साल का सामान ही काम में आ रहा हो तो उसे अच्छे से धो कर और जहां जरूरत हो उसकी सिलाई, बटन और जिप भी ठीक कर उसे तैयार कर लें। यूनिफॉर्म के साथ ही अगर जरूर हो तो नए जूते भी खरीद लें या पुराने जूतों की साफ-सफाई का काम भी खत्म कर लें। यह काम आप नए सत्र के शुरु होने से एक सप्ताह पहले जरूर निपटा लें। यूनिफॉर्म में जितना भी छोटा-छोटा सामान जैसे कि स्कूल बेल्ट और टाई हो, इस पर आप पीछे की तरफ बच्चे का नाम और कक्षा जरूर मार्क करें। इससे उनके खो जाने की संभावना भी कम हो जाती है।
3. लंच बॉक्स और उसकी तैयारियां
स्कूल में बच्चों के लिए पढ़ाई के बाद दूसरा सबसे अहम काम होता है, लंच। अगर उनके घर कुछ खास बना हो, तो वे अपने दोस्तों को दिखाने के लिए स्कूल के पहले पीरियड से ही उतावले हो जाते हैं। इसी के साथ उन्हें उनका टिफिन बॉक्स या लंच बॉक्स भी बहुत प्यारा होता है। यही वजह है कि उनके लंच बॉक्स भी बेहद सुंदर और महंगे हो गए हैं। पर छोटे बच्चे, अक्सर अपना लंच बॉक्स खो देते हैं। ऐसे में अभिभावकों का आए दिन परेशान होना भी लाजिमी है। लेकिन आप अपने बच्चे के लंच बॉक्स और पानी की बोतल पर पर्मानेंट मार्कर से उसका नाम और कक्षा दोनों लिख दीजिए। इससे स्कूल में टीचर को भी मदद मिलेगी और बच्चे का लंच बॉक्स या पानी की बोतल आसानी से खोएंगे भी नहीं। आप यह काम एक सप्ताह पहले ही पूरा कर लें। कुछ स्कूल छोटे बच्चों को लंच मुहैया कराते हैं, ऐसे में अभिभावकों की लंच बॉक्स की समस्या खत्म हो जाती है। पर फिर भी अपने बच्चे की भूख को देखते हुए वे उसे अतिरिक्त लंच बॉक्स या स्नैक्स दे सकते हैं।
4. सोने-जागने की रूटीन
अभी कुछ समय से बच्चों की सोने-जागने की रूटीन में भी फर्क आ गया होगा। लेकिन अप्रैल के पहले सप्ताह से ही स्कूल खुलने वाले हैं, ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता एक सप्ताह पहले ही बच्चों को स्कूल के समय के अनुसार सोने और जागने की रूटीन में लाने का प्रयास शुरू करें। ऐसा करने से बच्चे स्कूल के दिनों में आपको ज्यादा परेशान भी नहीं करेंगे और उन्हें भी अब तक सुबह जल्दी उठने की आदत लग चुकी होगी। अगर आपके बच्चे अभी बेहद छोटे हैं तो कोशिश करें कि उन्हें दोपहर के समय भी कुछ समय के लिए सुलाया जाए। ऐसे में स्कूल से आने के बाद सोने का भी अभ्यास उन्हें हो जाएगा।
5. बच्चों की शारीरिक साफ-सफाई:
स्कूल शुरु होने के एक सप्ताह पहले ही आप बच्चों की शारीरिक साफ-सफाई पर भी ध्यान दें। इसमें उनके बाल कटाने से लेकर उनके नाखून काटने तक सभी शामिल है। इसके अलावा आप बच्चे को रोज नहाने का भी अभ्यास करा सकते हैं। ऐसे में स्कूल जाते वक्त बच्चे नहाने से बचने की कोशिश भी नहीं करेंगे। कुछ बच्चे दांत ब्रश करना या सुबह फ्रेश होने को भी एक काम समझते हैं, खास कर अगर वे बहुत छोटे हैं। ऐसे में आप एक सप्ताह या 10 दिन पहले से ही उन्हें दिन की शुरुआत इन्हीं कामों से करने को कहें। इससे न सिर्फ बच्चों की रूटीन दुरुस्त होगी, बल्कि वे खुद को फ्रेश और एक्टिव भी महसूस करें।
6. स्कूल को दें जरूरी जानकारी
आमतौर पर स्कूल बच्चों और उनके माता-पिता से संबंधित सारी जरूरी जानकारी स्कूल के फॉर्म में भरवा लेते हैं। इसके अलावा हर नए सत्र की शुरुआत में भी स्कूल की डायरी में भी फॉर्म के रूप में जरूरी जानकारी देने को कहा जाता है, जिसमें माता-पिता या अन्य अभिभावक की फोटो भी मांगी जाती है। आप स्कूल शुरु होने के साथ ही यह जानकारी भी उन्हें दें। साथ ही बच्चे की टीचर को बच्चे की सेहत से जुड़ी आवश्यक जानकारी भी दें, जिसमें उसे किसी चीज से एलर्जी या अन्य स्वास्थ संबंधी समस्या का जिक्र करें।
बच्चे को स्कूल भेजने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
नए सत्र की कुछ खास बातें हैं, जिन पर ध्यान देना भी जरूरी है:
- स्कूल की ओर से आयोजित किए गए ओपन हाउस या ओरिएंटेशन डे पर जरूर जाएं। यहां आप बच्चे की क्लास टीचर से मिलने और उनसे बातचीत का मौका भी मिल जाता है।
- स्कूल की शुरुआत से पहले आप अपने बच्चे से नए दोस्त और नए क्लासरूम के बारे में बातचीत करें। इससे उन्हें नए स्कूल या कक्षा में नए दोस्त बनाने में आसानी होगी।
- अगर आपका बच्चा स्कूल की बस, वैन या अन्य किसी माध्यम से स्कूल आता-जाता हो तो उसकी पूरी जानकारी लें और उस रूट को भी अच्छे से जांच लें।
- स्कूल में बताई गई पूरी यूनिफॉर्म जैसे कि लड़कियों के लिए हेयर क्लिप्स और रिबन्स, रूमाल, बेल्ट, टाई और जुराबों का भी अतिरिक्त स्टॉक रखें। इसके अलावा आप बच्चे और अपने स्कूली आई-कार्ड को बेहद संभाल कर रखें।
- स्कूल की ओर से मिली सूचना के अनुसार उसकी कॉपियों पर कवर व नेम स्लिप जरूर लगाएं।
- आप अपने बच्चे की मदद करते हुए दो दिन पहले ही उसका स्कूल बैग टाइम-टेबल के अनुसार पैक करवाएं।
- एक दिन पहले रात को ही बच्चे की पूरी और साफ-सुथरी स्कूल यूनिफॉर्म बाहर निकाल कर रख लें।
- एक रात पहले थोड़ा जल्दी सोने की कोशिश करें।
- छोटे बच्चों को स्कूल भेजने के साथ-साथ जरूरी है कि आप उसका टीकाकरण भी पूरा करा लें।
- बच्चे को स्कूल में लंच भेजने के लिए आप एक मेन्यू तैयार कर सकते हैं।
हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारी इस चेकलिस्ट से काफी मदद तो मिल ही गई होगी। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा, कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।