बच्चों के अभिभावक होना कोई बच्चों का खेल नहीं है। पहली बार मां बाप बने लोग बच्चे के जन्म के समय नींद की कमी और माता-पिता होने के सुख की पीड़ा से पूरी तरह वाकिफ होते हैं। लेकिन बच्चे के बड़े होते-होते अब वह समय भी आ गया है, जब आपका पहला बच्चा बडा भाई या बहन बनने के लिया तैयार है। आमतौर पर मां बाप दो बच्चों के बीच दो से तीन साल का अंतर रखते हैं । जहां कुछ मां बाप दो बच्चे चाहते हैं, तो वहीं कुछ केवल एक ही बच्चे का पालन पोषण करना चाहते हैं। हम दूसरे बच्चे के लिये अपने दोस्तों या माता पिता के दबाव में आ जाते हैं, जबकि हमें चीजों को एक समझदार नजरिये और तथ्यों के साथ देखने के देखना चाहिए। सेकंड बेबी प्लानिंग से पहले विचार करने वाली 5 बातें जानने के लिए पढ़िए यह लेख.
क्या आप दूसरे बच्चे के लिया तैयार हैं ?
पेरेंटिंग कभी आसान नहीं होती, पर कुछ चीजें इसे आसान बनाने में मदद कर सकती हैं। नीचे कुछ बातों की सूची दी गयी है, जिसे देखकर आप जान पायेंगी कि आप दूसरे बच्चे के लिये तैयार हैं या नहीं।
1. आमदनी
पैसा मायने रखता है, और इस बात को नकारा नहीं जा सकता। नये बच्चे के बारे में सोचने से पहले आपको आर्थिक स्थिरता की स्थिति में होना चाहिये। बच्चे के जन्म के खर्चे, डॉक्टर की फीस और बाकी खर्चों के साथ क्या आप दोनों बच्चों पर भविष्य में होने वाले खर्च के लिये आर्थिक रूप से तैयार हैं? क्या आप के पास बच्चों के भविष्य को लिये पर्याप्त संसाधन हैं। बच्चों की देखभाल, डे केयर, स्कूल, कॉलेज, ट्यूशन की मौजूदा कीमतों को ध्यान में रखकर सोचें कि क्या आप इस हालत में हैं कि दो बच्चों के लिये इतना कर पायेंगे।
2. आप के साथी के क्या विचार हैं ?
आप दूसरे बच्चे को जन्म या पालन पोषण अकेले नहीं दे सकते। आपके साथी का सहारा और नीयत भी आप के ही बराबर जरूरी है। तो, साथ बैठें, सलाह लें, और तय करें कि क्या दूसरे बच्चे के बारे में आप के समान विचार हैं? क्या आपका साथी इसके लिये तैयार है? दूसरे बच्चे को जन्म देने के बारे में उनके विचार के बारे में बात करें।
3. क्या आप एक और बच्चे को जगह दे सकते हैं?
क्या आप के पास एक और बच्चे के लिये पर्याप्त जगह है? महानगरों में, लोग माचिस के डिब्बों जैसे घरों में रहते हैं। सीमित जगह में एक और बच्चे को लाना आप के लिये सोच का विषय हो सकता है। तो, यह विचार करें कि क्या आप के पास एक और बच्चे के लिये पर्याप्त जगह और ऊर्जा है? कम जगह में एक और बच्चे का आना एक अभिभावक होने के नाते आप के जीवन में घबराहट पैदा कर सकता है। जगह की कमी और घबराहट से भरा घर अपना मनपसंद जीवन जीने लायक नहीं हो सकता। तो जायदाद के मसले पर विशेष ध्यान दें।
4. क्या आप शारिरिक रूप से तैयार हैं ?
हर किसी की पहली प्रेग्नेंसी ऐसी नहीं होती जहां सब कुछ सही हो। अगर पहली बार में सब कुछ सही नहीं रहा है तो दोबारा इस बारे में सोचने से पहले अपने साथी की सेहत के बारे में सोच लें।अपने डाक्टर से मिलें और दूसरे बच्चे के फैसले के बारे में उन्हें बतायें। बच्चे के पैदा होने की पूरी प्रक्रिया में शरीर को काफी कुछ सहना पडता है। आप इसके लिये तैयार हैं या नहीं, यह जानना जरूरी है। इस बारे में सोचें और किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। अगर आप माता-पिता बनना चाहते हैं तो आप को दोबारा मां बनने के लिये शारीरिक रूप से मजबूत होना जरूरी है।
5. क्या आप का बच्चा तैयार है
यदि दूसरे बच्चे के कारण किसी की जिंदगी सबसे ज्यादा प्रभावित होगी, तो वह होगा आप का पहला बच्चा। देखें और जानें कि क्या आप का बच्चा अपने से छोटे भाई या बहन के लिये तैयार है? कभी-कभी, बच्चों की कुछ खास जरूरतें होती हैं, और उन्हें ज्यादा वक्त चाहिये होता है। क्या आप का बच्चा बंटे हुये ध्यान के साथ काम कर सकता है? आपके बच्चे की जरूरतें, उसका विकास, व्यवहार और उसकी तैयारी उतनी ही जरूरी है जितनी की आपकी। दूसरे बच्चे के आने के बाद, पहले बच्चे में कुछ बदलाव जरूर आते हैं,तो ऐसे में सही वक्त को पहचानना बहुत जरूरी है।
कभी हम अपने बच्चों का अकेलापन देखकर भी फैसला लेते हैं। कभी हम अपने रिश्ते को बचाने के लिये ये कदम उठाते हैं। ऐसे बहुत से कारण होंगे जो आप को यह सोचने पर मजबूर करेंगे कि यही सही समय है। पर जब आप का मन कहे कि यह सही समय है, तभी आप को ये फैसला लेना चाहिए। चीजें अपने आप ठीक हो जायेंगी। आप अपने आप पेरेंटिंग सीख जायेंगे।
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