बच्चे के जन्म के साथ एक मां बच्चे की लगभग हर जिम्मेदारी को बराबर निभाने की पूरी कोशिश करती है। लेकिन इस समय मां को इस वक्त अपनी सेहत का भी पूरा ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे में पिता मां की काफी मदद कर सकते हैं, न सिर्फ बच्चे का ख्याल रख कर, बल्कि बच्चे को दूध पिलाने में मदद करके।
आमतौर पर एक नई मां की मदद पिता घर को और बच्चे को संभालने के लिए करते ही हैं। जैसे कि वे रसोई में भोजन बनाने से लेकर बच्चे को पकड़ने या फिर उसके कपड़े बदलने में भी मदद करते हैं। लेकिन जब बात नवजात शिशु को दूध पिलाने की होती है, तो अक्सर इस काम के लिए बच्चा अपनी मां पर निर्भर होता है। लेकिन मां को भी कभी-कभी ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) से आराम चाहिए होता है। ऐसे में बच्चे की जरूरत को पूरा करने की जिम्मेदारी पिता भी निभा सकते हैं। इसके लिए पिता मां की मदद कर सकते हैं, ताकि वे जरूरत पड़ने पर बच्चे को दूध पिला सकें।
इन टिप्स के साथ पिता आराम से बच्चे को पिला सकते हैं दूध
1. एक से डेढ़ महीने पर पिता बोतल से दूध पिलाना करें शुरू
किसी भी नवजात शिशु को दूध पिलाने के लिए एक मां और बच्चे दोनों को सहज होने और मां के शरीर में सही मात्रा में दूध बनने में लगभग 4 से 6 सप्ताह का समय लगता है। इसीलिए एक पिता को बच्चे को दूध पिलाने में कम से कम इतना समय का इंतजार करना ही चाहिए। इसके बाद आप मां से बात कर बोतल में ब्रेस्ट मिल्क को इकट्ठा कर बच्चे को पिला सकते हैं।
2. बच्चे को फॉर्मूला मिल्क कैसे दें
अगर किसी कारण से मां का दूध बच्चे को नहीं दे पा रहे हों तो एक पिता अपने बच्चे को फॉर्मूला मिल्क बना कर पिला सकते हैं।
- इसके लिए आप बच्चे की दूध की बोतल, निप्पल को अच्छे से धो कर स्टर्लाइज करें और दूध बनाने से पहले अपने हाथों को भी अच्छे से धोएं।
- इसके बाद आप फॉर्मूला पैक पर दिए गए दिशा-निर्देश के अनुसार दूध तैयार करें।
- ध्यान रहे कि फॉर्मूला दूध कुछ ही समय के लिए बच्चे को दिया जा सकता है। अगर आपको दो घंटे या पैक पर बताए समय से अधिक समय हो गया है तो इस दूध को फेंक देना ही बेहतर रहेगा।
3. दूध को करें गर्म
थोड़े बड़े बच्चे, जिन्हें आप गाय का दूध पिलाना शुरू कर चुके हैं, उनके लिए दूध कैसे गर्म किया जाए, यह भी बहुत अहम काम है। इसके लिए पिता माइक्रोवेव ओवन, गैस चूल्हा, बॉटल वॉर्मर का इस्तेमाल कर सकते हैं। माइक्रोवेव ओवन में आप कुछ सेकंड भी भी दूध गर्म कर सकते हैं। इसके अलावा गैस चूल्हे पर दूध गर्म करने के लिए आप एक बर्तन में दूध लें और उसे गर्म करें, ध्यान रखें कि आपको दूध को गर्म करना है, उबाल नहीं दिलाना। इसके अलावा बॉटल वॉर्मर का फायदा यह है कि इसमें आपको अधिक सोचना नहीं पड़ता। शरीर के तापमान की तरह ही दूध भी सही तापमान पर गर्म हो जाता है।
आप चाहें तो फॉर्मूला दूध बनाने के लिए भी इन तरीकों से पानी को भी गर्म कर सकते हैं। दूध का तापमान जांचने के लिए आप दूध की कुछ बूंदों को अपने हाथ के पीछे की तरफ डाल कर देखें।
4. बच्चे को दूध पिलाने के लिए सही पोजिशन
जिस तरह मां अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए न सिर्फ खुद सही पोजिशन में बैठती है, बल्कि बच्चे को भी सही तरह से पकड़ती है, ठीक उसी तरह से पिता भी जब बच्चे को दूध पिलाने का काम करें तो उन्हें भी इसी बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि बच्चा एक सहज पोजिशन में आपकी गोद में हो।
इसके लिए आप पलंग या सोफे पर बैठ कर आराम से बच्चे को अपनी बाहों का सहारा देते हुए गोदी में उठाएं। इसके बाद एक हाथ से बोतल को बच्चे के मुंह के पास ऐसे पकड़ें कि बोतल का निप्पल बच्चे के मुंह में आसानी से बिना मुड़े हुए जाए। हो सकता है कि दूध पीते समय बच्चा अपनी पोजिशन को बदले, इसमें आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बच्चे खुद को सहज करना भले से जानते हैं। अगर बच्चा बहुत छोटा है तो आप उसे गोद में उठाने के लिए तकिये या कुशन का प्रयोग भी कर सकते हैं।
5. बच्चे को शांत माहौल में लेकर बैठें
बच्चे को दूध पिलाने के सम आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि बच्चा शांत माहौल और उसके कमरे में ही बैठें। क्योंकि दूध पीने में बच्चे को काफी वक्त लगता है और ऐसे में बार-बार बच्चे का ध्यान भटक सकता है। इसीलिए आप उन्हें एकांत जगह पर लेकर बैठें। इसके अलावा कुछ बच्चे बार-बार बदलते माहौल में भी आराम से दूध नहीं पी पाते। इसीलिए आप इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चा अपने ही कमरे में, अपने परिचित माहौल में रहे।
6. बच्चे के साथ आंखों में आंखें डालें
बच्चों को दूध पिलाने का वक्त उनके साथ अपने रिश्तों को बेहतर करने के लिए सबसे बढ़िया होता है। वे सभी पिता जो अपने बच्चे के साथ अपने संबंधों को बेहतर करना चाहते हैं, वे इस बात का ध्यान रखें कि दूध पिलाते समय वे अपने बच्चों की आंखों में आंखें डालकर उनसे बातचीत करें। अगर बच्चा अपने मां के पास अधिकतर रहता है तो मौका आपको आपके बच्चे के साथ मिल नहीं सकता। ऐसे में बच्चे को दूध पिलाने के वक्त आप उसके साथ अच्छा वक्त बिता सकते हैं।