अपने बच्चों को कैसे सिखाएं ऊर्जा संरक्षण – 10 Ways to Teach Your Kids How to Save Energy in Hindi

By Ruchi Gupta|5 - 6 mins read| January 29, 2021

आज अगर हमारे पास कोई चीज है जो कल शायद हमारी अगली पीढ़ी के पास न हो तो वह है ऊर्जा या एनर्जी। ऊर्जा का उपयोग हम इस हद तक कर रहे हैं कि आने वाले समय में उसके स्रोत लगभग समाप्त ही हो जाएंगे। इसीलिए खुद को सिखाने के साथ-साथ अपने बच्चों को भी ऊर्जा संरक्षण के बारे में बताना बेहद जरूरी है।

जीवन के विभिन्न कौशलों को अपने बच्चों को सिखाने का हम सभी प्रयास करते हैं, पर एक चीज जो काफी अहम है उसे भूल जाते हैं। और वह है ऊजा संरक्षण या एनर्जी कंजर्वेशन। यह भी उतना ही जरूरी है, जितना कि अपने बच्चों को खाना बनाना या फिर घर को संभालना सिखाना जरूरी है।

ऊर्जा संरक्षण के बारे में अक्सर बड़े-बड़े पैनल्स पर काफी बात होती है, लेकिन हकीकत यह है कि आम जीवन पर इसके बारे में बहुत ही कम प्रयास देखने को मिलते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बच्चे को बेहतर सुख-सुविधाएं मिलें, तो इसकी शुरुआत आपको अपने घर से ही करनी होगी।

अपने बच्चों को कैसे सिखाएं ऊर्जा संरक्षण के गुर

1. बेफालतू के बिजली उपकरणों को बंद रखें

अक्सर हम सभी के घरों में कई बार ऐसा होता है कि जिस कमरे में हम नहीं भी होते, वहां का पंखा, ट्यूबलाइट यहां तक कि टेलीविजन भी चलता हम छोड़ देते हैं। इसे बेकार में काफी यूनिट बिजली का दुरुपयोग होता है। खासतौर पर यह आदत बच्चों में होती है, जो इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देते।

इसके अलावा आजकल मोबाइल फोन और लैपटॉप आदि गैजेट्स को भी पूरा-पूरा दिन चार्जिंग पर लगाया जाता है, जिसकी जरूरत बिल्कुल भी नहीं होती। इसीलिए आप अपने बच्चों को बताएं कि पूरा दिन चार्जिंग करने से न सिर्फ गैजेट्स ही खराब होते हैं, बल्कि बिजली या इलेक्ट्रिसिटी का भी गलत इस्तेमाल होता है।

2. सही तापमान पर रखें अपने गीजर या एयर कंडिश्नर

आमतौर पर घरों में गीजर और एयर कंडिश्नर का तापमान हम सभी बेहद ज्यादा या बेहद कम रखना पसंद करते हैं, जिसकी वजह से बिजली का इस्तेमाल भी बहुत ज्यादा होता है। सिर्फ इतना ही नहीं, ऑटो कट होने के बावजूद गीजर बंद नहीं होते, क्योंकि हम पानी को उबालते रहते हैं। यही हाल कुछ एयर कंडिश्नर का भी होता है। आप अपने बच्चों को बताएं कि वे सही तापमान को चुनते हुए इन उपकरणों का इस्तेमाल करें और बिजली बचाएं।

3. फ्रिज को अधिक देर के लिए खुला न रखें

बच्चों को फ्रिज को खुला रखना बहुत पसंद आता है। लेकिन ऐसा करने से फ्रिज का तापमान बढ़ जाता है और एक बार फिर फ्रिज को सही तापमान बनाए रखने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, यानी बिजली की और अधिक खपत। अपन बच्चों को कहें कि वे काम पूरा होते ही तुरंत फ्रिज का दरवाजा बंद करें।

4. बिजली की बचत करने वाले स्टार रेटेड उपकरण ही लाएं

अगर आप नए उपकरण खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें कि कुछ पैसों की बचत के लिए बिना स्टार रेटेड उपकरणों को न खरीदें, बल्कि आप अधिक से अधिक स्टार रेटेड उपकरणों को खरीदें ताकि घर में बिजली की खपत को कुछ कम किया जा सके।

5. स्कूल या ऑफिस में भी आखिर में पंखा, लाइट को बंद करें

सिर्फ घर ही नहीं, बल्कि बच्चों को स्कूल में भी किसी कक्षा से बाहर निकलने के वक्त, अगर वे आखिरी हैं तो पंखा और लाइट बंद करने को कहें। ऐसा ही आप बच्चों को ऑफिस में भी करके दिखाएं। बच्चे जो देखते हैं उसकी का अनुसरण करते हैं और अगर आप घर और ऑफिस में इन तरह का अभ्यास बनाए रखेंगे तो बच्चे को भी ऐसी ही आदत लगेगी।

6. घर में दिन के वक्त अधिक रोशनी का इंतजाम करें

ऊर्जा संरक्षण का एक बेहतर तरीका है कि दिन के समय प्राकृतिक रोशनी का भरपूर प्रयोग किया जाए। इसीलिए आप बच्चे को दिन के समय खिड़की के पास टेबल लगाकर पढ़ने को कहें। इसके अलावा ध्यान रखें कि दिन के समय अनावश्यक लाइट्स न ऑन रहें।

7. रेड लाइट पर वाहन बंद रखें

पेट्रोल महंगा है, सिर्फ इसीलिए नहीं, बल्कि उसका सदुपयोग करने के लिए आप रेड लाइट पर वाहन बंद रखें और ऐसा ही अपने बच्चों को भी करने को कहें। इससे एक तो प्रदूषण की समस्या में भी कमी आएगी और दूसरा लंबे समय के लिए खाली खड़े वाहनों में पेट्रोल की खपत भी कम से कम होगी।

8. कार-पूलिंग या सार्वजनिक वाहनों का करें प्रयोग

अगर आप बच्चे को स्कूल छोड़ने के लिए जा रहे हैं और आस-पास में और भी बच्चे वहीं जा रहे हों तो कुछ अभिभावक मिलकर कार-पूलिंग का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे ईंधन की बचत हो सके। इसके अलावा कोशिश करें कि अगर समय हो तो आप सार्वजनिक वाहनों, जैसे बस, मेट्रो ट्रेन, ट्रेन आदि का अधिक से अधिक उपयोग करें।

9. खुले नलों को बंद करें

कई बार नल खुले रह जाते हैं, जिन पर बहुत ही कम लोगों का ध्यान जाता है। उसकी एक वजह पानी के बहने की आवाज न होना या फिर आपका ध्यान कहीं और होना होता है। इसीलिए आप अपने बच्चे को कहें कि वह पानी टपकने की आवाज को ध्यान से सुने और अगर उसे ऐसी आवाज आए तो उसे तुरंत जाकर नल को बंद करना चाहिए।

10. पानी का इस्तेमाल बाल्टी से करें

अधिक पानी की खपत भी ऊर्जा के संरक्षण के संकल्प का कमजोर करती है। इसीलिए अगर आपको कार धोनी हो, पौधों को पानी देना हो, नहाना हो तो कोशिश करें कि उसके लिए पाइप का इस्तेमाल नहीं, बल्कि बाल्टी का इस्तेमाल करें। इससे पानी भी बचेगा। इसके अलावा बच्चों को बताएं कि वे ब्रश करते समय नल को खुला न रखें, बल्कि पानी का मग इस्तेमाल करें।

जब हमारे पास पैसे कम होते हैं तो हम उनका इस्तेमाल काफी सोच-समझकर करते हैं। यहां तक कि हम बच्चों को उनके रंगों, पेन-पेंसिल का इस्तेमाल भी संभलकर करने को कहतें हैं, लेकिन इन सब चीजों से कीमती ऊर्जा जो कि सिर्फ हमारे पास ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सीमित है, उसके इस्तेमाल को लेकर हम सभी काफी लापरवाह हो जाते हैं। अपने बच्चों को आप आज से ही सिखाएं कि वे कैसे छोटी-छोटी बचत कर अपने भविष्य के लिए ऊर्जा को बचाए और बनाए रख सकते हैं।


TheParentZ विशेषज्ञ पेरेंटिंग टिप्स और सलाह प्रदान करता है, साथ ही बच्चों की वृद्धि और विकास को ट्रैक करने के लिए उपकरण भी प्रदान करता है। बच्चों की वृद्धि और विकास ट्रैकर ऐप के बारे में अधिक जानें। यह अभिभावकों के लिए एक ऑनलाइन समुदाय के रूप में काम करता है, जहाँ बच्चे के नाम, स्वास्थ्य, पोषण, गतिविधियाँ, उत्पाद समीक्षाएँ, बाल देखभाल, बाल विकास और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाती है।

अस्वीकृति (Disclaimer):

इस लेख/ब्लॉग में व्यक्त विचार, दृष्टिकोण और राय केवल लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं और यह आवश्यक नहीं कि The ParentZ के विचारों को प्रतिबिंबित करें। किसी भी प्रकार की चूक, त्रुटियाँ या अशुद्धियाँ लेखक की जिम्मेदारी हैं। The ParentZ इनसे संबंधित किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करता है। पेरेंटिंग, स्वास्थ्य या बाल विकास से संबंधित विशिष्ट सलाह के लिए हमेशा एक योग्य पेशेवर (चिकित्सक या डॉक्टर या विशेषज्ञ) से परामर्श लें।

Top