हमारे देश में बच्चों में सर्दी-खांसी भगाने के घरेलू नुस्खे एक मां से दूसरी मां और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाने का लंबा इतिहास है। घरेलू नुस्खे या दादी मां के नुस्खे नवजात बच्चों की माओं को काफी राहत पहुंचाते हैं, क्योंकि इनसे वे अपने छोटे बच्चों को फ्लू के विषाणुओं (जिनकी वजह से सर्दी, खांसी और जुकाम लग जाते हैं) से बचा पाने में सफल होती हैं।
यहां हम आपके लिए कुछ ऐसे ही बेहतर और कारगर घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जो दो साल तक के आपके शिशुओं की सर्दी-खांसी को ठीक करने में मददगार साबित होंगे।
नुस्खा 1: मां का दूध या स्तनपान
6 महीने से छोटे बच्चे के लिए मां के दूध से बेहतर कोई और दवाई नहीं होती। यह सबसे बढ़िया प्राकृतिक इलाज है, जिससे बच्चे को संक्रमण लगने से बचाया जा सकता है। मां के दूध में चिकित्सीय गुण होते हैं, जो बच्चे को उसके पूरे पोषण के साथ-साथ फ्लू जैसे विषाणुओं से लड़ने की ताकत भी देते हैं। साथ ही मां के स्पर्श की गर्माहट भी चिड़चिड़े बच्चे को राहत देती है।
नुस्खा 2: नाक में डालने के लिए घर पर बनाएं दवा
अगर आपका नवजात शिशु बहुत अधिक रो रहा है या आपको ऐसा लग रहा है कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और उसकी नाक बंद है तो आप उसके लिए घर पर नाक में डालने की एक दवा बनाएं। इसकी विधि इस प्रकार हैः
- एक स्टरलाइज किया हुआ चम्मच और कटज्ञेरी लें
- इसमें 8 छोटे चम्मच गुनगुना पानी लें (ध्यान रहे कि पानी बहुत गर्म न हो)
- इसमें आधा छोटा चम्मच नमक का डालें और उसे अच्छे से घोलें।
- बच्चे की नाक में डालने के लिए आप बच्चे के सिर को हल्का सा पीछे की तरफ झुकाएं और ड्रॉपर की मदद से कुछ बूंदें उसकी नाक में डालें।
ध्यान दें: नमक के पानी वाले इस मिश्रण को संभालें नहीं। इसमें बहुत जल्दी बैक्टीरिया पनप सकते हैं। जब भी आपको इस मिश्रण का उपयोग करना हो, उसे उसी वक्त ताजा बनाएं। एक बार इस्तेमाल करने के बाद भी अगर बच्चे की सेहत में कोई सुधार न दिखे तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।
नुस्ख 3: हल्दी की पेस्ट
हल्दी अपने चमत्कारी गुणों के लिए जानी जाती है, जिसका इस्तेमाल भारीतय रसोई में नुस्खों के लिए खूब होता हैं। सर्दी-खांसी के इलाज में हमारी दादी-नानी हल्दी को उसके चिकित्सीय गुणों के लिए इस्तेमाल किया करती हैं। 2 साल से कम उम्र के बच्चे हल्दी को सही से पचा नहीं सकते, इसलिए बेहतर रहेगा कि आप इसकी पेस्ट बनाकर बच्चे की छाती और माथे इसे लगाएं:
पेस्ट बनाने और लगाने का तरीका:
- एक छोटा चम्मच हल्दी लें
- इसे एक कप गर्म पानी में डालें
- इसे अच्छे से तब तक मिलाएं, जब तक दोनों एक-दूसरे में घुल न जाएं और इससे एक गाढ़ी पेस्ट न तैयार हो जाए।
- इसे बच्चे की छाती और माथे पर लगाएं
- इसे सूखने तक ऐसे ही रहने दें
- गर्म पानी में तौलिये को भिगो कर उसे निचोड़े और फिर इस तौलिये से हल्दी की पेस्ट को साफ कर दें
नुस्खा 4: सरसों के तेल की मालिश
सरसों का तेल बच्चों की हड्डियों को मजबूत करने के लिए हमेशा से माओं की पहली पसंद रहा है। हालांकि आज की बहुत कम माएं ही यह जानती होंगी कि गर्म सरसों के तेल की मालिश 2 साल तक के छोटे बच्चों की सर्दी-खांसी को ठीक कर सकती है।
कैसे करें गर्म सरसों के तेल की मालिश
- एक कप सरसों का तेल लें
- इसमें दो कलियां लहसुन की डालें
- कुछ बीज कलौंजी के डालें
- इन सभी को मिला कर गर्म करें
- इस तेल को थोड़ा ठंडा होने दें और अपने हाथ पर मलते हुए, इससे बच्चे के पैर, पीठ, छाती और हाथेली की मालिश करें।
- 10 मिनट की मालिश के बाद एक मुलायम तौलिये से बच्चे को पोंछते हुए अतिरिक्त तेल हटा लें।
नुस्खा 5: नारियल के तेल की मालिश
नारियल के तेल की मालिश भी घरेलू नुस्खों में बहुत प्रचलित है। बच्चों में सर्दी-खांसी को सही करने के लिए नारियल के तेल में इन चीजों को मिलाकर चिकित्सीय गुणों वाला तेल तैयार करें:
- आधा कप नारियल का तेल
- 1 प्याज छिला और बारीक कटा हुआ
- 2 से 3 तुलसी के पत्ते
- 1 पान का पत्ता
- इन सभी चीजों को मिला लिजिए
- अब इस तेल को गर्म करते हुए उबाल आने दें
- अब इस मिश्रण को आंच से नीचे उतार कर ठंडा होने दें।
- अपने हाथ पर मलते हुए इसे बच्चे की छाती, पैर, हथेलियों और पीठ पर लगाएं।
नुस्खा 6: भाप और गरारे
यह नुस्खा 1 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए है। गरारे और भाप लेने से न सिर्फ सर्दी और खांसी ही ठीक होंगे, बल्कि इससे बच्चे को आराम भी मिलेगा। गरारे करने के लिए गुनगुने पाने में काला नमक मिलाएं। जल्दी ठीक होने के लिए दिन में दो बार गरारे करवाएं।
भाप लेने के लिए यह सुनिश्चित करें कि आप सीधे उबलते पानी के बर्तन से बच्चे को भाप न दें। इसमें बहुत जोखिम है। हो सकता है बच्चा बर्तन को छू ले या बच्चे पर पानी गिर जाए। अगर आपके बच्चे को जल्दी-जल्दी सर्दी-जुकाम की शिकायत रहती है तो बेहतर होगा कि आप स्टीम इंहेलर खरीद लें।
नुस्खा 7: अजवाइन तुलसी का पानी
यह नुस्खा 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, जिन्हें आप पानी पिला चुके हों। इसे बनाने का तरीका इस प्रकार हैः
- आधा चम्मच अजवाइन
- आधा चम्मच जीरा
- 4 से 5 तुलसी की पत्तियां
- 2 कप फिल्टर पानी
- इन सभी को मिलाकर गर्म करें।
- जब इसमें उबाल आ जाए तो इसे आंच से उतार कर थोड़ा गुनगुना करें और
- ऐसे ही आधा कप पानी बच्चे को एक बार में पीने को दें