बालों की समस्या हो या फिर पेट की, हरड़ एक बीमारियों का उपचार करने के काम में आती है। दरअसल हरड़ एक प्रकार का जड़ी-बूटी है। इसे हरद (Harad), हर्रे या हरीतकी (Haritaki) के नाम से भी जाना जाता है। इसमें विटामिन सी, आयरन मैंग्नीज, सीलियम और कॉपर प्रचूर मात्रा में मिलता है, जिसकी वजह से यह हमारी त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होती है। हरड़ के बीजों का तेल हमारे पेट के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके उपयोग से आंतों में फंसा सड़ा हुआ भोजन मल के रूप में आसानी से निकल जाता है और पुरानी से पुरानी कब्ज भी ठीक हो जाती है।
हरड़ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं और इसके एस्ट्रिंजेंट के गुण घाव लगने पर जल्द से जल्द उसे ठीक करते हैं। आइए जानते हैं हरड़ (हरीतकी) के गुणों और उपायों के बारे में।
हरड़ के गुण एवं उसके उपचार (Benefits of Harad)
1. कमजोर पाचन शक्ति को तंदरुस्त बनाए
हरड़ के सेवन से हमारी आंत में फंसा हुआ भोजन भी निकल जाता है, जिसकी वजह से हमें अधिक भूख लगती है। इसकी के साथ हरड़ हमारे भोजन के पोषक तत्वों को शरीर में सोखने में भी मदद करता है। आयुर्वेद के मुताबिक यह क्रियाएं इसमें मौजूद दीपन और पाचक गुणों के कारण होता है।
2. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
हरड़ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के गुणों के कारण यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। एंटीऑक्सीडेंट्स की वजह से हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स (Free redicals) की गतिविधियां कम हो जाती हैं और हमारे शरीर को ऑक्सीडेंटिव (oxidative) नुकसान भी कम होने लगता है। इसके लिए आप हरड़ के 5 से 10 फल लें। इन्हें घी में कम तेल में भून लें। ठंडा होने पर इन्हें मिक्सर में पीस कर इनका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण का सेवन आप एक दिन में दो बार अधिक से अधिक एक चम्मच तक करें।
3. सर्दी-जुकाम में आए काम
हरड़ का इस्तेमाल हम सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए भी किया जाता है। इसकी वजह इसके एंटीवायरल गुण और कफ को कम करने वाले गुण हैं।
4. अर्थराइटिस (arthritis) का है इलाज
हरड़ में मौजूद दर्द, सूजन को दूर करने के गुणों के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट्स भी मौजूद हैं, जिसकी वजह से अर्थराइटिस की स्थिति में जोड़ों में दर्द में कमी आती है। इसमें मौजूद चेबुलाजिक एसिड (Chebulagic acid) दर्द का कारण बनने वाले प्रोटीन, इंटरल्यूकिन्स (interleukins) की गतिविधियों में अवरोधक बनता है, जिसकी वजह से सूजन और दर्द में कमी आती है।
5. भूख बढ़ाएं
हमारे पाचन तंत्र को तंदरुस्त बना कर हरड़ हमारी भूख को भी बढ़ाता है। आयुर्वेद के मुताबिक यह सब इसमें मौजूद उष्ण, दीपन और पाचन गुणों की वजह से होता है।
6. कील-मुंहासों को रखे दूर
हरड़ में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद है, जिसकी वजह से वह हमारे चेहरे पर होने वाले कील-मुंहासों से न सिर्फ हमें छुटकारा दिलाते हैं, बल्कि हरड़ के इस्तेमाल से इस प्रकार के दानों के आस-पास होने वाली लालगी और दर्द को भी कम किया जाता सकता है।
7. दांतों के उपचार में आए काम
हरड़ का इस्तेमाल दांतों में बैक्टीरिया की वजह से होने वाली परेशानियों से बचने के लिए भी किया जाता है। हमारे दांतों में मुख्यतौर पर स्टैफिलुकोक्कस म्युटंस (staphycolococcus mutans) नामक बैक्टीरिया पाए जाते हैं। हरड़ का इस्तेमाल एक अच्छे एंटीबैक्टीरियल उपचार के रूप में भी किया जाता है। जिससे दांतों के यह बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और संक्रमण की आशंका भी कम हो जाती है।
8. घाव को जल्दी भरे
हरड़ में मौजूद एस्ट्रिंजेंट के गुणों की वजह से इसका इस्तेमाल, घाव के जल्दी भरने के लिए भी किया जाता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुणों की वजह से घाव पर बैक्टीरिया की वजह से होने वाले संक्रमणों की आशंका भी बेहद कम हो जाती है। इसके लिए आप हरड़ के फल की पेस्ट या हरड़ के चूर्ण को नारियल के तेल में मिलाकर उसकी पेस्ट का इस्तेमाल घाव पर करें।
9. त्वचा के एलर्जी या संक्रमण को रखे दूर
हरड़ का इस्तेमाल त्वचा पर होने वाले संक्रमणों या एलर्जी को दूर करने के लिए भी किया जाता है। हरड़ में मौजूद एंटीबैक्टीरियल या एंटीफंगल गुणों के कारण इसका इस्तेमाल त्वचा संबंधी एलर्जी और त्वचा पर मौजूद दानों को ठीक करने के लिए किया जाता है।
10. सिर दर्द को करे कम
सिर दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपको अपच या सर्दी की वजह से सिर दर्द हो रहा है तो हरड़ के इस्तेमाल से आप सिर दर्द को कम कर सकते हैं। इसमें मौजूद भोजन पचाने और कफ को खत्म करने के गुणों की वजह से आपकी सिर दर्द की समस्या भी खत्म हो जाएगी। इसके लिए आप आधा चम्मच हरड़ के चूर्ण का सेवन एक गिलास पानी के साथ करें। ऐसा आप हर रोज करें, जब तक कि आपको आराम न मिल जाए।
11. बालों में रूसी हटाए
हरड़ या हरड़ के तेल का इस्तेमाल बालों में से रूसी को हटाने के लिए किया जाता है। हमारे सिर में रूसी फंगस के संक्रमण की वजह से होती है। जबकि हरड़ में मौजूद गैलिक एसिड (Gallic acid) के कारण इसमें एंटीफंगल गुण भी शामिल हैं, जो हमें रूसी से निजात दिलाने में मददगार होते हैं। आप अपने बालों में हरड़ के तेल का उपयोग लगातार करें, इससे आपको रूसी हटाने में मदद मिलेगी।
कब न करें इस्तेमाल:
- बच्चे को स्तनपान कराने वाली माएं डॉक्टर से परामर्श कर के ही हरड़ का इस्तेमाल करें।
- गर्भावस्था में हरड़ के सेवन के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- हरड़ के अधिक सेवन की वजह से दस्त की समस्या हो सकती है।
अधिक संवदेनशील त्वचा के लिए हरड़ के फल की पेस्ट को नारियल के तेल में मिलाकर इस्तेमाल करें।