कोरोना वायरस : क्या है सोशल डिस्टेंसिंग – क्या करे क्या न करे Coronavirus Social Distancing Tips in Hindi

By Editorial Team|6 - 7 mins read| April 10, 2024

किसी भी संक्रमण को फैलने से रोकने का सबसे बेहतर उपाय है कि आप संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं। अब आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे मुनासिब है? बिल्कुल ऐसा किया जा सकता है। और कोरोना वायरस या कोविड 19 को देखते हुए जरूरी है कि हम सभी लोगों से उचित दूरी बनाए रखें। खासकर तब जब हम नहीं जानते कि कौन इस वायरस से संक्रमित है और कौन नहीं। आइए स्कूलमाईकिड्स के साथ जानते हैं सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में और अधिक जानकारी। आये जानते है कोरोना वायरस के दौरान घर की सफाई कैसे करें? (Home Cleaning Tips during coronavirus in Hindi)

अभी हाल-फिलहाल में देश में कोरोना वायरस के मामले काफी बढ़ रहे हैं। इस समस्या का अभी कोई हल नहीं है और हैरानी तब होती है, जब इससे संक्रमित लोग अपने साथ-साथ दूसरों की जिंदगी को भी खतरे में डालते हैं। ऐसा ही कुछ महाराष्ट्र  कल्याण के एक व्यक्ति ने किया। इस व्यक्ति को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। इस जानकारी के मिलने से पहले ही वह व्यक्ति ट्रेन से सफर करता हुआ सोलापुर में एक शादी में शामिल होने पहुंच गया था। अगर वहां के निगम अधिकारियों की मानें तो इस शादी के दौरान वह व्यक्ति लगभग 1000 लोगों के संपर्क में आया है। अब आप खुद सोचिए कि यह कितना खतरनाक हो सकता है? इसीलिए जरूर है सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना, ताकि इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

क्या है सोशल डिस्टेंसिंग (social distancing):

कोरोना वायरस से फिलहाल पूरी दुनिया परेशान है और अभी तक इस समस्या का कोई पुख्ता इलाज भी नहीं मिल पाया है, ऐसे में वैज्ञानिकों और चिकित्सकों का मानना है कि इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोगों का एक-दूसरे के संपर्क में कम से कम आना ही बेहतर है। लोगों का एक-दूसरे के संपर्क में कम से कम आना ही सोशल डिस्टेंसिंग है। यह कोई चिकित्सीय इलाज नहीं है, सिर्फ सावधानी है, संक्रमण को रोकने की। वैज्ञानिकों का मानना है कि हम जितना कम से कम संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आएंगे, उतनी ही जल्दी इस समस्या से निपटा जा सकता है या उसे फैलने से रोका जा सकता है।

सोशल डिस्टेंसिंग के दौरान क्या न करें – क्या-क्या शामिल है सोशल डिस्टेंसिंग में

सोशल डिस्टेंसिंग से सीधा मतलब है कि आप कम से कम लोगों के संपर्क में आएं और वह भी सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करते हुए। ऐसे में कई ऐसी गतिविधियां हैं, जिन पर आपको विचार करना होगा। आइए जानते हैं इन गतिविधियों के बारे में:

  • घर पर रहें। सबसे अधिक जरूरी है कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए कि आप जितना हो सके, घर पर रहें।
  • स्कूल, जिम, स्वीमिंग पूल, स्मारकों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर न जाएं।
  • वर्क फ्रॉम होम जैसे विकल्प को चुनें और दूसरे लोगों के साथ अपना संपर्क कम से कम बनाए रखें।
  • अगर लोगों से बात करना जरूरी हो तो मोबाइल फोन या लैपटॉप से कॉल, मैसेज या वीडियो कॉल के जरिये बात की जाए।
  • अगर कहीं बाहर जाना पड़ रहा हो तो दो लोगों के बीच कम से कम 1 मीटर की उचित दूरी बनाए रखें।
  • शादी-ब्याह जैसे काम जो पहले से ही तय हैं, उनमें कम से कम लोगों को बुलाया जाए।
  • हर प्रकार के सार्वजनिक मेल-जोल जैसे कि जन्मदिन या रिटायरमेंट की पार्टी आदि या कोई राजनैतिक या व्यावसायिक सम्मेलनों को कुछ समय के लिए बिल्कुल बंद कर दें।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों जैसे बाजार, मॉल आदि में जाने से बचा जाए।
  • जरूरत के अलावा न आप किसी के घर जाएं और न ही कोई आपके घर आए।
  • दुकानदार सामान बेचते-खरीदते वक्त ग्राहक के साथ उचित दूरी बनाए रखें और समय-समय पर अपने हाथों को धोएं या सेनेटाइज करें।
  • जरूरत न हो तो अपनी यात्राओं को रद्द करें और बस, ट्रेन, ऐयरोप्लेन आदि में भी दूसरों के साथ उचित दूरी बनाकर रखें।
  • दूसरों से हाथ बिल्कुल न मिलाएं और अपनी पर्सनल हाइजीन का भी पूरा ख्याल रखें।
  • होम डिलीवरी करने वाले व्यक्ति भी अपनी और दूसरों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें और मास्क, हैंड सेनेटाइजर का उपयोग करें।
  • अगर आपकी तबियत जरा सी भी खराब है तो किसी भी हाल में दूसरों से मिलने की कोशिश न करें।

सोशल डिस्टेंसिंग के दौरान आप व्यापार या ऑफिस का काम कैसे करें

सोशल डिस्टेंस बनाते हुए भी आप कर सकते हैं, अपने सभी कामःलोगों से उचित दूरी बनाते हुए भी आप लगभग सभी काम कर सकते हैं। खासतौर पर जब आपके पास डिजिटलाइजेशन की ताकत मौजूद है।

  1. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग: अगर आप अपने ऑफिस का काम घर से कर रहे हैं तो आप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने क्लाइंट या ऑफिस के दूसरे लोगों के साथ संपर्क बनाए रख सकते हैं।
  2. होम डिलीवरी: बाहर से खाना मंगवाना हो या घर का दूसरा जरूरी सामान। आप बिना मॉल या मार्केट जाए भी होम डिलीवरी के जरिये अपनी जरूरत का सारा सामान ऑनलाइन या फोन के जरिये मंगवा सकते हैं।
  3. 1 मीटर की दूरी बनाए रखें: अगर आपको घर से बाहर किसी काम से जाना ही पड़ रहा है तो सुरक्षा के सभी मानकों को अपनाते हुए दूसरे लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। यही आपको बैंक, बस, ट्रेन आदि में भी करना होगा।
  4. सामान लेते हुए: अगर आपको कुछ सामान होम डिलीवर हो रहा है तो आप सामान की डिलीवरी लेने से पहले और बाद में हाथ को जरूर धोएं। कोशिश करें की सामान के पैकेट को खाली कर उसे कूड़े में फेंक दे और हाथ दोनों के बाद ही सामान को दोबारा छुएं।
  5. कार्ड या डिटिजल पेमेंट करें: मुद्रा या हमारे करेंसी नोट और सिक्के संक्रमण फेलाने में काफी बड़ी भूमिका निभाते हैं। आपके पास आने तक न जाने वे कितने और हाथों में गए होंगे। इसीलिए संक्रमण से बचने के लिए जितना हो सके, कार्ड, डिटिजल पेमेंट या नेट बेंकिंग का उपयोग करें।

सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सरकारी प्रयास

लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सरकार ने खुद से भी कुछ सोशल डिस्टेंसिंग के प्रयास व्याप्त स्तर पर शुरु किए हैं, जिनमें कुछ इस प्रकार से हैंः

  1. स्कूल-कॉलेज बंद: विभिन्न राज्य सरकारों ने स्कूल और कॉलेजों को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं, जिसके चलते बड़ी संख्या में बच्चे इकट्ठे नहीं हो पाएंगे और संक्रमण की आशंकाओं पर रोक लगेगी।
  2. साप्ताहिक बाजार और मॉल बंद: दिल्ली, महाराष्ट्र जैसे महानगरों में अभी तक राज्य सरकारों ने मॉल और साप्ताहिक बाजारों पर भी पाबंदी लगा दी है, जहां अधिक से अधिक संख्या में लोगों के एक-दूसरे के संपर्क में आने की आशंका थी।
  3. रेस्टोरेंट बंद: कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए कई शहरों या राज्यों में सभी रेस्टोरेंट्स को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में अगर आपको बाहर से खाना मंगवाना है तो आप फोन या ऑनलाइन ऑर्डर या फिर पिक-अप जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  4. सिर्फ जरूरत पड़ने पर यात्रा करने को तरजीह: केंद्र और राज्य सरकारें सभी लोगों से अनुरोध कर रही हैं कि वे सिर्फ जरूरत पड़ने पर यात्रा करें, क्योंकि यात्रा के दौरान आप कभी भी किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ सकते हैं। 

देश में कोरोना वायरस के प्रभाव को कम से कम फैलने देने के लिए सरकारी प्रयासों के अलावा हमारे प्रयासों की भी जरूरत है। आप खुद के साथ-साथ दूसरों का जीवन भी बचा सकते हैं। जितना हो सके घर पर रहें और दूसरे से उचित दूरी बनाते हुए बातचीत करें।

बीबीसीन्यूज और भारतीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सूचनाओं पर आधारित


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